आइये जानते है कि घर पर मैनीक्योर और पेडीक्योर कैसे करते है ? (How to do Manicure and Pedicure at Home). साथ ही हम ये भी जानेंगे कि इसे करने का सही तरीका क्या है और इसे कितने तरीकों से किया जा सकता है और इसमें कौन – कौन से सामान की जरुरत पड़ती है ? हम आपको ऐसे तरीके बताने वाले है जो बहुत कारगर और Tested है। – (Manicure and Pedicure at Home)
Table of Contents
मैनीक्योर क्या है?
- मैनीक्योर नाखूनों और हाथों का एक ब्यूटी ट्रीटमेंट है, जो शैलून या स्पा और घर में किया जाता है।
- मैनीक्योर में नाखूनों को साफ करने और उसे बेहतर आकार देने की कोशिश की जाती है।
- मैनीक्योर करवाने के बाद आपके हाथ बिलकुल साफ़, मुलायम, और खूबसूरत लगने लगते है।
- मैनीक्योर में शेपिंग, पॉलिशिंग, फाइलिंग और क्लिपिंग जैसी प्रक्रियाएं होती है। जिससे आपके हाथ और नाख़ून एकदम चमकदार लगने लगते है।
- मैनीक्योर पुरुष और महिला दोनों के लिए उपलब्ध होता है।
(Manicure and Pedicure at Home)
मैनीक्योर करने का तरीका
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स्टेप- 1
- सबसे पहले कॉटन और नेल रिमूवर की सहायता से नाखूनों में पहले से लगी नेल पोलिश साफ कर लें।
- नेल रिमूवर बिना एसीटोन वाला होगा तो अच्छा है, क्योकि एसीटोन वाले रिमूवर से नेल पोलिश जल्दी तो साफ हो जाएगी । जितना हो सके कम नेल रिमूवर से ही नेलपॉलिश निकालें।
स्टेप- 2
- नाख़ूनो को अपनी पसंद का शेप देकर नेल कटर से काट लें ।
- नाख़ून बहुत छोटे ना हो जाये इसका ध्यान रखें। थोड़ा सफ़ेद हिस्सा दिखना चाहिए।
स्टेप- 3
- नाख़ून काटने के बाद नेल फाइलर से नाख़ून की नुकीली सतह को घिस कर गोल कर लें। अधिक दबाव डालकर ना घिसें।
- नेल फाइल से नाख़ून का शेप ख़राब नहीं होना चाहिए। नेल फाइल को आड़ा चलाएं, खड़ा नहीं।
स्टेप- 4
- फिर टब में गुनगुना पानी और थोड़ा सा शैम्पू मिलाकर या थोड़ा फेसवाश मिला कर, उसमें हाथों को कुछ देर के लिए डूबो दें। इससे नाख़ून में जमी गन्दगी, डेड स्किन आदि को निकालने में आसानी हो जाएगी।
- अब हाथों को पानी से बाहर निकालकर, नेल ब्रश की सहायता से नाखूनों को सब तरफ से साफ कर लें। और हाथों को तौलिए से पोंछ कर सूखा लें।
स्टेप- 5
- अब हाथों की मालिश किसी अच्छी क्रीम या लोशन लगा कर लगभग दस पंद्रह मिनट तक करें। नाखूनों पर और उसके पास वाले हिस्से पर भी मालिश करें। नाखूनों पर यदि ज्यादा
- लोशन या क्रीम है तो नेल पोलिश नहीं लग पायेगी। अतः क्रीम को कॉटन से साफ कर लें। अब आपके हाथ नेल पोलिश लगाने के लिए तैयार है।
स्टेप- 6
- नाख़ून पर बेस कोट लगाएं। इससे नाख़ून की सतह और चिकनी हो जाएगी और इस पर एक प्रकार का प्राइमर तैयार हो जायेगा, जो नाख़ून को नुकसान से बचाएगा और इससे नेल पोलिश भी अधिक टिकेगी।
स्टेप- 7
- अब अपनी पसंद की नेल पोलिश का टॉप कोट लगाए । और नेल पोलिश को 10-15 मिनट सुखाएं।
- जब नेल पोलिश सुख जाए, अपने सुन्दर हाथों का मजा लें और तारीफ पाएँ।

मैनीक्योर के प्रकार
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मैनीक्योर के 5 प्रकार–
1. रेगुलर मेनीक्योर-
- रेगुलर मेनीक्योर करने के लिए पहले अपने हाथों को गुनगुने पानी में डुबाना और फिर हाथों में मौजूद क्युटिकल्स निकालने के बाद नाखूनों की ट्रिमिंग और फाइलिंग की जाती है।
- इसके बाद हाथों और नाखूनों पर लोशन मसाज किया जाता है और नेल पेन्ट प्रयोग किया जाता है। रेगुलर मेनीक्योर, मेनीक्योर का एक आम प्रकार है।
2. फ्रेंच मेनीक्योर-
- फ्रेंच मैनीक्योर करने के लिए सबसे पहले हाथों और नाखूनों पर अच्छी तरह स्क्रब से मसाज करें और हाथों को अच्छे से साफ करें। फिर नाखूनों को फाइलर से ओवल शेप दें और उनकी लम्बाई मध्यम रखें।
- नाखूनों के आस-पास की रूखी त्वचा को हटाएं। फ्रेंच मैनीक्योर करते समय एक बात का हमेशा खयाल रखा जाता है कि नाखूनों के ऊपरी भाग पर सफेद रंग की पॉलिश जरूर हो।
- अब बेस को न छेड़ते हुए नाखून के ऊपरी भाग पर ही सफेद शेड से नेलपेंट लगाएं।
- नाखूनों की फिनिशिंग के लिए अंत में पूरे नाखून पर ट्रांस्पेरेंट नेलपॉलिश का सिर्फ एक कोट लगाएं। इससे आपके नाखून ग्लॉसी दिखते हैं।
- फ्रेंच मेनीक्योर इस आधार पर रेगुलर मेनीक्योर से अलग है कि इसमें नेल पेन्ट लगाने का अलग तरीका अपनाया जाता है।
- नेल बेस पर क्लीयर या शीअर पिंक नेल पॉलिश लगाई जाती है, जिसके बाद नाखूनों के सिरों पर सफेद नेल पेन्ट लगाया जाता है।
3. स्पा मेनीक्योर-
- रेगुलर मेनीक्योर के बाद हाइड्रेटिंग मास्क या आपके हाथों पर एरोमैटिक साल्ट रब का प्रयोग किया जाता है जो हाथों के लिए बहुत आरामदायक होता है।
- स्पा मेनीक्योर से हाथों की नसों का रक्त प्रवाह भी ठीक होता है। और हाथ खूबसूरत बनते हैं।
4. पैराफिन मेनीक्योर-
- मेनीक्योर के इस प्रकार में पैराफिन मोम का प्रयोग किया जाता है। ऐसा मेनीक्योर डिहाइड्रेटेड हाथों या ऐसे लोगों के लिये ज़्यादा कारगर होता है जिनके हाथ अधिक कामकाज करने से मैले हो जाते हैं।
- पैराफिन मेनीक्योर गुनगुने पैराफिन मोम की मसाज आपके नाखूनों पर किया जाता है या आपके हाथों को गुनगुने मोम में डुबोया जाता है। इससे हाथ मुलायम और तरोताजा हो जाते हैं।
5. हॉट स्टोन मेनीक्योर-
- हॉट स्टोन मेनीक्योर में एक खास किस्म के स्टोन जिसमें हीट इंसुलेट होती है, से आपके हाथों पर मसाज की जाती है जिसके बाद रेगुलर मेनीक्योर किया जाता है।
कुछ ध्यान रखने योग्य बातें
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- नाखूनों को फाइल करने के बाद इनकी लंबाई बराबार है या नहीं, यह जरूर देखें।
- अगर आपके नाखून पीले पड़ गए हैं तो नींबू का रस या लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंद लगाकर साफ करें। चाहें तो टूथपेस्ट से भी नाखून साफ कर सकती हैं।
- नेल पॉलिश की बॉटल को शेकर करने के बजाय दोनों हथेलियों के बीच में रखकर रोल करें। इससे बिना बुलबुले के नेल पेंट मिक्स हो जाएगा।
- नाखूनों पर नेल पॉलिश लगाने के पहले उन्हें क्लींजर या नेल पॉलिश रिमूवर से साफ करें जिससे उनपर किसी भी प्रकार का ऑयल या क्रीम न लगा रह जाए और नेल पॉलिश अच्छे से चढ़े।
- नेल पॉलिश लगाते वक्त अंगूठे और मध्यमा उंगली से ब्रश पकड़ें और बाकी उंगलियों से कैप का टॉप पकड़ें। कोशिश करें की नेल पेंट पतली लेयर में लगाएं और एक कोट सूखने के कुछ समय बाद ही दूसरा कोट लगाना शुरू करें।
- नेल पॉलिश लगाने के बाद नाखून के आस-पास ऑरेंज वुड स्टिक या ईयर बड पर नेल पॉलिश रिमूवर लगाकर साफ कर लें।
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पेडीक्योर क्या है?

- पेडीक्योर पंजों, पैरों और नाखूनों के लिए एक ब्यूटी ट्रीटमेंट है। जिससे आपके पैर सुंदर दिखाई देते हैं।
- पेडीक्योर करवाने के बाद आपके पैर और पंजे बिल्कुल साफ, खूबसूरत और कोमल हो जाते हैं, साथ ही नाखूनों भद्दापन तथा गंदगी भी निकल जाती है।
- इसके अलावा पेडीक्योर में एड़ियों पर भी स्क्रब किया जाता है, जिससे वहां की डेड सेल्स साफ हो जाती हैं।
- पूरी प्रक्रिया खत्म होने के बाद आखिर में पैरों के नाखूनों पर नेल पॉलिश लगाई जाती है। पेडीक्योर भी पुरुष और महिला दोनों के लिए उपलब्ध होता है।
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पेडीक्योर करने का तरीका
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स्टेप- 1
- सबसे पहले नेट पेंट रिमूवर के जरिए अपने पैरों पर लगी नेल पॉलिश को हटाएं। फिर, नेल कटर का उपयोग करके अपने नाखूनों को काटिए या ट्रिम कीजिए, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि नाखून सीधे कटे हों।
- अपने नाखूनों के लिए आकार तय करें जैसे स्क्वायर, गोलाकार आदि। इससे आपके नाखूनों का शेप देखने में अच्छा लगेगा।
स्टेप- 2
- नेल पॉलिश रिमूव करने के बाद एक टब में गुनगुना पानी भरें और उसमें साबुन, नमक, नींबू की स्लाइस और गुलाब या गेंदे के फूलों की कलियां डालें।
- आप चाहे तो उसमें सेंधा नमक भी डाल सकती हैं। यह सूजन को शांत करेगा, किसी भी तरह की दर्द को कम करेगा और खुरदरापन को कम करेगा।
स्टेप- 3
- अब बैठ कर टब में अपने पैरों को कम से कम 10 -15 मिनट तक डुबोएं। इससे पैरों की डेड स्किन मुलायम होगी और उसे हटाना आसान होगा।
- जब पैरों की त्वचा नर्म हो जाए तो नाखूनों को ब्रश से साफ करें। इस बात का ध्यान दीजिए कि पैर आपके पूरी तरह से ढके हों।
स्टेप- 4
- फिर पैर को बाहर निकाल लीजिए और पैर के सभी नाखूनों पर क्रीम लगाइए।
- फिर इसे कुछ मिनट के लिए छोड़ दीजिए। इस बीच आप फूट स्क्रब का इस्तेमाल कीजिए और सभी ड्राई डेड स्किन सेल्स को हटा दीजिए।
स्टेप- 5
- स्क्रब होने के बाद आप अपने पैर को धो लीजिए और मॉइस्चराइज कीजिए। मॉइस्चराइजिंग का फायदा यह होता है कि इससे त्वचा हाइड्रेट और मुलायम रहती है तथा फटने से बचता है।
- यदि आप नियमित रूप से अपने पैरों की मालिश करते हैं तो न केवल ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होगा बल्कि पैर की मांसपेशियों को पोषण भी मिलेगा।
स्टेप- 6
- अब आपके पैर के नाखून पूरी तरह से नेल पोलिश के लिए तैयार हैं।
- अब आप अपनी पसंद की नेल पोलिश लगाएं और पूरी तरह से सूखा लें।
पेडीक्योर के प्रकार
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पेडीक्योर के 8 प्रकार
1. रेगुलर पेडीक्योर-
- रेगुलर पेडीक्योर एक पारम्परिक तरीका है जिसमे पैरों को गुनगुने पानी में डालकर उसे भिगोया, रगड़ा और उन्हें साफ़ किया जाता है।
- इसके अलावा नाखुनो और उसके किनारे की त्वचा को भी काटा जाता है।
- पैरों के साफ और नरम हो जाने के बाद नाखूनों को सही आकार भी दिया जाता है। साथ ही इसमें पैरों की मालिश व नाख़ूनों की पोलिश भी की जाती है।
2. हॉट स्टोन पेडीक्योर-
- पेडीक्योर के इस प्रकार में सबसे पहले पैरों को रिलैक्स करने के लिए तेल से मसाज दी जाती है, इससे पैरों की नसों को आराम मिलता है, और आपके पैर तरोताज़ा हो जाते है।
- इसके बाद पैरों पर गर्म पत्थर रखे जाते है, खासकर पैरों के प्रेशर पॉइंट्स पर ये गर्म पत्थर रखे जाते है या फिर इन गर्म पत्थरो से पैरों की मालिश की जाती है। इससे पैरों के दर्द और ऐठन से राहत मिलती है।
- गर्म पत्थर की मालिश के बाद पैरों को गर्म तोलिये में लपेट दिया जाता है, ताकि रक्तसंचार बेहतर हो सके।
3. पैराफिन पेडीक्योर-
- पैराफिन पेडीक्योर का प्रयोग शुष्क व फटी एड़ियों के लिए बेहतरीन उपाय है। पैराफिन पेडीक्योर में सबसे पहले साधारण तरीके से पैरों की सफाई की जाती है।
- फिर पैराफिन मोम का प्रयोग पैरों को माइश्चराईज़ करने के लिये किया जाता है, जिसके लिए पैरों को पैराफिन माँ के बर्तन में डुबाया जाता है, अथवा पैरों में पैराफिन का लेप लगाया जाता है, इससे पैरों की साड़ी गन्दगी साफ़ हो जाती है और पैर मुलायम हो जाते हैं।
4. वाइन पेडीक्योर-
- ये रेगुलर पेडीक्योर की तरह ही होता है लेकिन इसमें पैरों को भिगोने की सामग्री में वाइन का इस्तेमाल होता है।
- अंगूर के बीजों से बने स्क्रब और अंगूर के बीजों के तेल का इस्तेमाल त्वचा को मलने व मालिश करने के लिए किया जाता है इसके बाद पैरों पर अंगूर का पैक चढ़ा दिया जाता है।
- यह त्वचा की झुर्रियों को हटाने के साथ त्वचा में निखार भी लाता है।
5. स्पा पैडिक्योर-
- स्पा पैडिक्योर काफी हद तक रेगुलर पैडिक्योर तक ही होता है। लेकिन, इसमें आपकी त्वचा का खास ट्रीटमेंट भी किया जाता है।
- इस स्पेशल ट्रीटमेंट में आमतौर पर पेराफिन वैक्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही सॉल्ट स्क्रब और डीप क्लींजिंग माक्स आदि से पेरो की मालिश की जाती है, नमी बनाये रखने के लिए हाइड्रेटिंग मास्क का लेप लगाया जाता है।
- इसके बाद गर्म तोलिये से पैरों को ढक दिया जाता है। यही कारन है की स्पा पेडीक्योर को करने में थोड़ा ज्यादा वक़्त लग सकता है।
6. आइसक्रीम पेडीक्योर-
- आइसक्रीम पेडीक्योर में भी रेगुलर पेडीक्योर की प्रक्रियाएं ही अपनाई जाती है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत पैरों को एक बर्तन में भिगोया जाता है, जिसका आकार आइसक्रीम स्कूप की तरह का होता है।
- इसके अच्छी तरह भीगने के बाद चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी या वनीला से बने स्क्रब की मदद से पैरों को रगड़ा जाता है।
- एक बार वे साफ़ हो जाएं, फिर मॉइस्चराइजिंग लोशन के लेप का इस्तेमाल करते हुए पैरों की मालिश की जाती है।
7. फ्रेंच पैडीक्योर-
- फ्रेंच पैडीक्योर की शुरूआती प्रक्रिया रेगुलर पेडीक्योर की तरह ही है। लेकिन आपके नाखूनों पर अलग प्रकार से पॉलिश की जाती है।
- इसमें सबसे पहले पैरों को गुनगुने पानी में भिगोया जाता है, फिर रगड़कर साफ़ किया जाता है।
- नाखूनों को काटा छांटा जाता है, तथा पैरों की मालिश की जाती है। इसमें नेल पोलिश की परत ही इसे फ्रेंच पेडीक्योर बनाने का काम करती है।
- पैरों को साफ़ करने के बाद नाखूनों पर गुलाबी रंग की परत चढ़ाई जाती है, फिर नाखूनों के बाहरी सिरे पर सफ़ेद पोलिश चढ़ाई जाती है।
8. फिश पेडीक्योर-
- फिश पेडीक्योर की प्रक्रिया में पैरों को मछलियों वाले टब में डुबोया जाता है। ये मछलियां पैरों की त्वचा को कुतर कर हटा देती है।
- इन मछलियों के दांत नहीं होते, इसलिए ये सिर्फ डेड सेल्स को की कुतरती है। इसके बाद रेगुलर पेडीक्योर की प्रक्रिया को अपनाया जा सकता है।
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